| 1. | लोक नाट्य साहित्य को प्रस्तुत करने वाले रंगमंच
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| 2. | यह लोक नाट्य के समानांतर ही चलता है।
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| 3. | राजस्थान में लोक नाट्य-' स्वांग' एवं 'बहूरूपिया'
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| 4. | राजस्थान के लोक नाट्य-“शेखावटी ख्याल”
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| 5. | पर लोक नाट्य के आकर्षण का यह कारण नहीं।
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| 6. | छत्तीसगढ़ में लोक नाट्य की प्राचीन परंपरा रही है।
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| 7. | इन्हीं हाव भावों का प्रदर्शन लोक नाट्य कहलाता हैं।
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| 8. | लोक नाट्य कला को समर्पित ख़लीफ़ा फूलसिंह
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| 9. | नाट दरअसल अंचल की प्रसिद्ध लोक नाट्य विधा है।
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| 10. | एक लोक नाट्य भवई भी अभी अस्तित्व में है।
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